”गोबर खरीद योजना” हिमाचल प्रदेश 2024: Cow Dung Selling (Gobar Kharid Yojana Himachal Pradesh in Hindi)

गाय ‘गोबर खरीद योजना‘ हिमाचल प्रदेश 2024: Cow Dung Selling (Gobar Kharid Yojana Himachal Pradesh in Hindi)

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हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार अब ‘गोबर खरीद योजना’ के तहत गोबर की खरीददारी करने जा रही हैं, जैसा की हम सभी इस बात से अवगत है कि हमारा देश एक कल्याणकारी स्टेट है, जिसकी संकल्पना हमारे देश के संविधान में की गयी है। संविधान की इसी संकल्पना के अंतर्गत देश एवं प्रदेश की सरकारें समय समय पर जनहित में जनकल्याणकारी योजनाए प्रदेश में कार्यान्वित करती रहती है जिससे नागरिको की आय बढ़ायी जा सके। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए हिमाचल प्रदेश की सरकार ने हाल ही में एक योजना लॉन्च करने के लिए कहा हैं, उस योजना का नाम ‘गोबर खरीद योजना’ रखा गया हैं। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार अब गोबर को खरीदने जा रही हैं। नए साल पर जनवरी 2024 महीने में हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार अपना चुनावी वादा पूरा करेगी। हिमाचल प्रदेश के किसान, इस योजना का लाभ कैसे प्राप्त कर सकते हैं। चलिए इस योजना के बारे में विस्तार पूर्वक वर्णन अपने लेख में कर लेते हैं।वादे के अनुसार, पशुपालकों से दो रुपये प्रतिकिलो गोबर खरीदा जाएगा। इसके लिए सरकार की तरफ से तैयारियां शुरू कर दी गई है। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों को राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं और नीतियों से अवगत कराने के लिए ई-बुकलेट भी उपलब्ध कराई जाएंगी।

Table of Contents

Himachal : गोबर खरीद योजना हिमाचल प्रदेश 2024 (Gobar Kharid Yojana Himachal Pradesh)

योजना का नामहिमाचल प्रदेश: गोबर खरीद योजना
शुभारम्भ2024
राज्यहिमाचल प्रदेश
कौन लांच करेगाहिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू
उद्देश्यकिसानों को सहायता प्रदान करना, उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार करना  और पशुपालन की ओर ध्यान आकर्षित करना
गोबर की कीमतऐसी परिकल्पना है कि  ₹2 प्रति किलो गोबर की खरीद की जायेगी

राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्ट-अप योजना हिमाचल प्रदेश

‘गोबर खरीद योजना’ क्या है ? (Gobar Kharid Yojana Himachal Pradesh)

हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार अपनी एक और चुनावी गारंटी पूरी करने की तैयारी करते हुए दूध व ‘गोबर खरीद को लेकर योजना‘ तैयार कर ली है। इसके तहत प्रदेश सरकार ने कई अहम निर्णय लेते हुए राज्य के विकास के लिए और प्रदेश के लोगों के विकास के लिए गोबर की खरीद योजना का क्रियान्वयन हो सकें। जनवरी, 2024 से ‘गोबर खरीद योजना’ शुरू की जाएगी। गोबर खरीद योजना के तहत खंड स्तर पर क्लस्टर स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने यह जानकारी कृषि और पशुपालन विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुई दी। योजना का क्रियान्वयन करने के लिए पशुपालन और कृषि विभाग के दो नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। प्रदेश सरकार ने दूध के खरीद मूल्य में 6 रुपए की वृद्धि कर ली है। ऐसे में अब किसानों से 37 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से दूध खरीदा जा रहा है।

गोबर खरीद योजना की राशि क्या होगी ?(What will be amount to purchase dung under Cow dung Scheme )

हिमाचल प्रदेश की सरकार ने ‘गोबर खरीद योजना‘ को लेकर बुधवार को कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने कृषि और पशुपालन विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।गोबर खरीद योजना को लॉन्च करने के लिए सभी नियम शर्तों को पूरा कर लिया हैं, और कहा जा रहा है, कि प्रदेश में गोबर खरीद योजना अगले साल जनवरी 2024 से शुरू होगी और छोटे, सीमांत और प्रगतिशील किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए ब्लॉक स्तर पर क्लस्टर बनाए जाएंगे। इस योजना के अन्तर्गत अभी तक कोई राशि नहीं निर्धारित की गई हैं मगर यह जरूर कहा गया हैं कि गोबर को ₹2 किलो पर खरीदा जाएगा जिससे लोगों की आय में वृद्धि होना शुरू हो जायेगी। इस योजना में बताया गया हैं कि ब्लॉक से कुछ किसानों को पंजीकृत किया जाएगा और प्रगतिशील किसानों को भी सहायता प्रदान की जायेगी।

‘गोबर खरीद योजना’के उद्देश्य (Objective of Cow Dung Purchase Scheme : Himachal Pradesh )

गोबर खरीद योजना के कुछ प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं –

  •  गोबर खरीद योजना का मुख्य उद्देश्य है किसानों को सहायता प्रदान करना, उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार करना और साथ ही कृषि विकास को प्रोत्साहित करना।
  • गोबर खरीदी योजना से प्रदेश के लोगों की आय में वृद्धि देखी जा सकती हैं, जिससे लोगों की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी।
  • इस योजना के अंतर्गत लोगों में पशुपालन की प्रतिस्पर्धा होगी और लोगो में पशुओं का पालन किया जाए इसको लेकर जागरूकता फैल जायेगी, इससे गौवंशों के संरक्षण और गौवंशों से मिलने वाला गोबर किसानों के लिए एक और आवासीय स्रोत हो सकता है जो उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकता है।
  • शुरुआती चरण में इस योजना के अंतर्गत एक ब्लॉक में 250 किसानों को पंजीकृत किया जाएगा फिर छोटे सीमांत और प्रगतिशील किसानों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से उनके क्लस्टर बनाए जाएंगे।
  • कृषि उपज और किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए यह योजना किसानो के हित में एक वरदान साबित हो सकती है।
  • गोबर को उर्वरक बनाने के लिए उपयोग किया जा सकता है और इससे खेतों को पौष्टिक उर्वरक प्राप्त होता है जो किसानों को फसलों की अधिक उत्पादकता प्रदान कर सकता है।
  • प्रदेश सरकार चाहेगी तो गोबर खरीद योजना के तहत गोबर से गैस बनाने के लिए बायोगैस प्लांट्स का स्थापना किया जा सकता है, जिससे ऊर्जा स्वावलंबन में सुधार हो सकता है।
  • गोबर खरीद योजना के माध्यम से, किसानों को अधिक आय मिल सकती है जो उन्हें अधिक खेती करने के लिए प्रेरित कर सकता है, जिससे कृषि विकास हो सकता है।

”गोबर खरीद योजना’की विशेषताएं और लाभ

  • गोबर खरीद योजना से प्रदेश में किसानी और पशुपालन में वृद्धि होंगी।
  • गोबर खरीद योजना से प्रदेश में बेरोजगारों के लिए रोजगार का माध्यम भी बन जाएगा। जिससे बेरोजगारी में कमी देखने को मिलेगी।
  • गोबर को उर्वरक बनाने के लिए उपयोग किया जा सकता है, जिससे खेतों को पौष्टिक ऊर्जा मिलती है और फसलों की उत्पादकता में वृद्धि हो सकती है।
  • इस योजना के लागू होने से प्रदेश के नागरिकों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होने लगेगी और नागरिकों की आय में वृद्धि देखने को मिल सकती हैं।
  • प्रदेश में पशुपालन जागरूकता इस योजना के अंतर्गत जागृत हो सकती हैं।
  • गोबर को सही ढंग से प्रबंधित करने से वायुमंडल में प्रदूषण को कम किया जा सकता है, जिससे पर्यावरण को भी लाभ हो सकता है।
  • यह योजना में पुरुष और महिलाएं जो भी इस कार्य को करेंगे उसे इस योजना का लाभ प्राप्त होगा।
  • इस योजना के अनुसार गोबर को ₹2 प्रति किलो पर खरीदा जाएगा सरकार की ओर से, यह कदम हिमाचल प्रदेश सरकार का बहुत अच्छा कदम साबित हो सकता हैं।
  • इस प्रकार, गोबर खरीद योजना से किसानों को नहीं सिर्फ आर्थिक सहारा प्रदान हो सकता है, बल्कि पर्यावरण के साथ भी सामंजस्य बनाए रखने का साधन हो सकता है।
  • इस योजना के तहत नये और प्रगतिशील किसानों को भी फायदा प्राप्त होने का पूरा अवसर हैं। सरकार द्वारा उन्हें पूरा सपोर्ट प्रदान किया जायेगा।

गोबर खरीद योजना के तहत कैसे होगी खरीद?

  • प्रदेश में गोबर खरीद योजना का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए पशुपालन विभाग और कृषि विभाग के दो नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए है।
  • गवर्मेंट ऑफिसियल की माने तो ,आरम्भिक चरण में योजना के अंतर्गत एक ब्लॉक में 250 किसानों को पंजीकृत किया जायेगा। छोटे, सीमांत और प्रगतिशील किसानों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से उनके कलस्टर बनाए जाएंगे।
  • क्लस्टर में सम्मिलत किसानों को कृषि के साथ-साथ मुर्गी पालन, मौन पालन जैसे संबद्ध क्षेत्रों को अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इन किसानों को प्रदेश सरकार की अनुदान योजनाओं का लाभ भी दिया जाएगा।
  • सरकार इस तरह के किसानों को भी अनुदान योजनाओं का भी लाभ प्रदान किया जाएगा।

‘गोबर खरीद योजना’ के अंतर्गत खरीद गोबर का क्या उपयोग करेगी सरकार

  1. हिमाचल प्रदेश के कृषि मंत्री ने कहा कि गोबर खरीद योजना के तहत, किसानों से खरीदे गए गोबर का भंडारण किया जाएगा।
  2. गोबर की आपूर्ति बागवानी, कृषि क्षेत्र और नर्सरी इत्यादि में सुनिश्चित की जाएगी।
  3. प्रदेश सर्कार के अनुसार किसानों द्वारा उत्पादित जैविक उत्पादों के विपणन के लिए बाजार उपलब्ध करवाया जाएगा और जैविक फसलों को आकर्षक दाम पर खरीदा जाएगा।
  4. गोबर से उत्पन्न उत्पादों का निर्माण किया जा सकता है, जैसे कि गोबर की खाद, गोबर का कंपोस्ट, और अन्य उपयोगिता सामग्री।

गोबर खरीद योजना में पात्रता

  • हिमाचल प्रदेश का स्थायी निवासी चाहिए।
  • गोबर खरीद योजना किसान या पशुपालक कोई भी इसके लिए पात्र हो सकता हैं।

गोबर खरीद योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज

  • आधार कार्ड
  • राशन कार्ड
  • पैन कार्ड
  • वोटर आई डी
  • बैंक पासबुक
  • फोटो

गोबर खरीद योजना’ के लिए आवेदन की प्रक्रिया क्या होगी ?

  • योजना के तहत आवेदक, आवेदन पत्र पशुपालन या कृषि विभाग से प्राप्त करेंगे।
  • आवेदन पत्र में माँगी गई समस्त जानकारी भर देंगे।
  • योजना के अंतर्गत जो भी दस्तावेज मांगे गए है उनको आवेदन पत्र के साथ नत्थी करके सम्बंधित विभाग में जमा कर देंगे।
  • योजना के तहत पशुपालन विभाग और कृषि विभाग के 2 नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं, वह प्रत्येक ब्लॉक के 250 किसानों को इस योजना के लिए नामित करेंगे।
  • नामित अधिकारी किसानो से गोबर की खरीदारी करेंगे।
होमपेजयहां क्लिक करें
अधिकारिक वेबसाइटजल्द ही

FAQ

Q : गोबर खरीद योजना किस राज्य में लागू की जायेगी?

Ans : हिमाचल प्रदेश

Q : गोबर खरीद योजना की घोषणा किस राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा की गयी है ?

Ans : माननीय श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू

Q : गोबर खरीद योजना में गोबर का रेट क्या होगा ?

Ans : गोबर खरीद योजना में गोबर खरीद का रेट ₹2 किलो होगा।

Q : गोबर खरीद योजना को कब लॉन्च किया जाएगा?

Ans : प्रदेश सरकार द्वारा 2024 में लांच किया जायेगा।

 

 

 

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